Thursday, May 26, 2016

भारतीय इतिहास : पुनरावलोकन- 4

ईसवीं वर्ष
1560 : अकबर द्वारा बैरम खां का निष्कासन ।
1561 : अकबर की मालवा विजय ।
1562 : आमेर की राजकुमारी (राजा भारमल की पुत्री) से अकबर का विवाह, युद्ध-बंदियों को दास बनाने की प्रथा का उन्मूलन ।
1563 : अकबर द्वारा तीर्थयात्रा कर की समाप्ति ।
1564 : अकबर द्वारा जज़िया कर की उगाही बंद, रानी दुर्गावती को परास्त कर गोंडवाना मुगल राज्य में सम्मिलित, रानी द्वारा आत्महत्या ।
1564-1567 : उजबेकों का विद्रोह ।
1565 : विजय नगर के शासक रामराय और बहमनी सुल्तानों के बीच तालिकोटा का युद्ध, विजयनगर पराजित ।
1567 : राधावल्लभ संप्रदाय के प्रवर्तक श्री हरिवंश का देवबंद (सहारनपुर) में जन्म ।
1568 : अकबर  की चित्तौड़ पर विजय ।
1569 : रणथभौर और कालिंजर पर अकबर का अधिकार, युवराज सलीम (जहाँगीर) का जन्म ।
1571 : अकबर द्वारा फतेहपुर सीकरी का निर्माण तथा राजधानी बनाने का निर्णय ।
1572 : राणा उदयसिंह की मृत्यु, जालौर के राजा और मेवाड़ सेनापति द्वारा राणाप्रताप को गद्दी पर बैठाया गया ।
1573 : कबीर का निधन, गुजरात पर अकबर का अधिपत्य ।
1574-76 : अकबर की बिहार-बंगाल पर विजय ।
1575 : ठुकरोई (उड़ीसा) का युद्ध, अकबर द्वारा दाऊद खां पराजित फतेहपुर सीकरी में इबादतखाना की स्थापना ।
1576 : हल्दीघाटी का युद्ध, अकबर द्वारा राणा प्रताप पराजित, अकबर का बंगाल पर अधिकार, दाऊद खां की मृत्यु  ।
1578 : भारतीय भाषा की पहली पुस्तक डुट्रिना क्रिस्टा (तमिल भाषा में ) मुद्रित व प्रकाशित, इस पुस्तक के लिए टाइप जिआबो गुंजाल्बेज नाम के स्पेनी लुहार ने क्किलोन (केरल) में ढाले थे ।
1579-1580 : अकबर ने महजरनामा (इन्फैलिबिलिटी डिक्री) जारी किया, बंगाल-बिहार में विद्रोह, अकबर के दरबार में गोवा से प्रथम जेसुइट मिशन आया (1580) ।
1580-1611 : गोलकुंडा में सुलतान कुली कुतुबशाह II के आश्रम में रेख्ता (हिंदुस्तान के आदि रूप) के कवियों को प्रोत्साहन ।
1611-1656 : आदिलशाह बीजापुर की गद्दी पर आसीन ।
1582 : अकबर द्वारा दीन-ए-इलाही की घोषणा ।
1583 : पहले पाँच अंग्रेज़ व्यापारी (जान न्यूबरी, रिचर्ड स्टेपर, राल्फ फिंच, जेम्स स्टोरी तथा विलियम लिड्स) अकबर के नाम महारानी एलिजाबेथ का पत्र लेकर भारत पहुंचे, अकबर से इनकी मुलाक़ात नहीं हो पायी लेकिन लिड्स को अकबर के यहाँ झवेरी की नौकरी मिल गई, फिंच आठ साल तक भारत-बर्मा की यात्रा करने के बाद 29 अप्रैल, 1591 को लंदन पहुंचा, फिंच के विवरण से ही अंग्रेज़ व्यापारियों की भारत से व्यापार करने की लालसा बलवती हुई ।
1585 : कश्मीर पर अकबर का अधिपत्य ।
1589 : राजा टोडरमल की मृत्यु ।
1590-1592 : अकबर की सिंध विजय ।
1591 : फैजी को मुगल राजदूत बनाकर दक्कन के राज्यों में भेजा गया ।
1592 : उड़ीसा पर अकबर का अधिकार ।
1595 : अकबर की कंधार विजय, बलूचिस्तान मुगल साम्राज्य में सम्मिलित ।
1597 : राणा प्रताप की मृत्यु ।
1600 : अहमदनगर का पतन, लंदन में महारानी एलिजाबेथ द्वारा अपने भतीजे जार्ज, अर्ल ऑफ कम्बरलैंड तथा सर जॉन हॉर्ट की ईस्ट इंडिया कंपनी (द गवर्नर एंड कंपनी ऑफ लंदन ट्रेडिंग इन टु द ईस्ट इंडीज) को भारत व्यापार करने के लिए अधिकार प्रदान किया गया ।
1601 : अकबर का असीरगढ़ पर अधिकार ।
1602 : अबुल फजल की मृत्यु, डच यूनिवर्सल ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना, 13 वर्षों में ही हालैण्ड के एशिया व्यापार में असाधारण वृद्धि ।
1601-1603 : अकबर के पुत्र सलीम का विद्रोह ।
1605 : अकबर की मृत्यु (16 अक्टूबर), जहाँगीर गद्दी पर बैठा (24 अक्टूबर) ।
1606 : शाहज़ादा खुसरो का विद्रोह, जहाँगीर के आदेशानुसार पांचवें सिक्ख गुरु अर्जुनदेव को प्राणदण्ड, ईरानियों द्वारा कंधार का घेराव, जहाँगीर की मेवाड़ पर चढ़ाई ।
1607 : मुगलो द्वारा कंधार मुक्त ।
1608 : अहमदनगर पर मलिक अम्बर का पुनः अधिकार, इंग्लैंड के राजा जेम्स प्रथम का पत्र लेकर विलियम हाकिंस जहाँगीर के दरबार में भारत आया तथा तीन साल तक उसके दरबार में रहा, 1612 में वापस इंग्लैंड लौटकर भारत यात्रा का विवरण लिखा, संत तुकाराम का जन्म ।
1609 : पुलिकट में डच फैक्टरी स्थापित ।
1611 : मसुलीपत्तम मे प्रथम अंग्रेज़ फैक्ट्री स्थापित, जहाँगीर का नूरजहां से विवाह ।
1611-1625 : गोलकुंडा में सुल्तान मुहम्मद कुतुबशाह का शासनकाल ।
1612 : शाहज़ादा खुर्रम (शाहजहाँ) का मुमताज़ महल से विवाह, बंगाल की राजधानी राजमहल से ढाका स्थानांतरित ।
1614 : मेवाड़ के राणा अमर सिंह से जहाँगीर की संधि ।
1615 : मेवाड़ पर जहाँगीर का अधिकार, इंग्लैंड के शासक जेम्स प्रथम के राजदूत के रूप मे सर टामस रो जहाँगीर के दरबार मे आया ।
1620 : कांगड़ा पर मुगलो का अधिकार ।
1622 : कंधार पर फारस का पुनः अधिकार, शाहजहां का विद्रोह, गोस्वामी तुलसीदास का जन्म ।
1625-1674 : गोलकुंडा की गद्दी पर सुल्तान अब्दुल्ला कुत्बशाह बैठा ।
1624 : अहमदनगर के मलिक अम्बर के हाथो मुगल सेना की पराजय ।  
1626 : महावत खां का विद्रोह ।
1627 : जहाँगीर की मृत्यु (अक्टूबर ,29), जुन्नार (पूना) के निकट शिवनेर के किले में शिवाजी का जन्म (20 अप्रैल) ।
1628 : शाहजहां मुगल सम्राट बना (फरवरी 6) ।
1631 : मुमताज़ महल की मृत्यु (जून 7) ।
1632 : बीजापुर पर मुगल आक्रमण, पुर्तगालियों के विरुद्ध सैन्य अभियान , हुगली में उनकी बस्ती नष्ट ।
1633 : अहमदनगर के निजामशाही वंश का अंत, अहमदनगर मुगल साम्राज्य में सम्मिलित, दौलताबाद के किले पर अधिकार ।
1634 : अंग्रेजों को बंगाल में व्यापार का फरमान मिला, महावत खां की मृत्यु ।
1636 : बीजापुर और गोलकुंडा से मुगलों की संधि, औरंगजेब दक्कन  का सूबेदार नियुक्त ।
1638 : अली मर्दान द्वारा कंधार मुगलों को समर्पित ।
1638 : शाहजहाँ द्वारा नए राजधानी शहर शाहजहांनाबाद का निर्माण प्रारम्भ ।
1639 : अंग्रेजों द्वारा मद्रास में सेंट जार्ज किले की आधारशिला रखी गई ।
1646 : बल्ख पर मुगलों का अधिकार, तोरण पर शिवाजी का अधिकार ।
1649 : कंधार पर पुनः फारस का अधिकार ।
1650 : मराठी संत तुकाराम का निधन ।
1656 : शिवाजी का जाबली पर अधिपत्य ।
1657 : बीदर का पतन और मुगलों द्वारा बीजापुर की घेराबंदी, शाहजहां के अस्वस्थ होने पर उत्तराधिकारी का युद्ध प्रारम्भ, बीजापुर के साथ द्वितीय संधि ।
1658 :धरमत के युद्ध (5 मई) तथा सामुगढ़ के युद्ध (8 जून) में दारा की औरंगजेब के हाथों पराजय, शाहजहां आगरा में बंदी (5 जून), औरंगजेब का राज्याभिषेक (31 जुलाई) ।
1659 : दारा को मृत्युदंड, शिवाजी के हाथों अफजल खां की मृत्यु ।
1660 : मीर जुमला बंगाल का सूबेदार नियुक्त, शिवाजी द्वारा दक्षिण कर्नाटक क्षेत्र में चारों ओर हमले ।
1661 : मुराद की हत्या, पुर्तगालियों द्वारा इस शर्त पर बम्बई अंग्रेजों को हस्तांतरित की गयी कि वे डचो के इस क्षेत्र में व्यापार से बाहर खदेड़ने मे इनका साथ देंगे ।
1662 : मीर जुमला का असम अभियान ।
1663 : मीर जुमला कि मृत्यु,  शाइस्ता खां बंगाल का सूबेदार नियुक्त ।
1664 : शिवाजी का सूरत पर आक्रमण, स्थानीय पुर्तगाली उपनिवेश द्वारा शिवाजी को वार्षिक नजराना देना स्वीकार, फ्रांसीसी ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना ।
1665 : राजा जयसिंह के हाथों शिवाजी की पराजय, मुगलों के साथ शिवाजी की पुरंदर की संधि ।

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